CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT SIDH KUNJIKA

Considerations To Know About sidh kunjika

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

क्लीङ्कारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते ॥ ८ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि

इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥

मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।

मनचाहा फल पाने के लिए ये पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.

मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के read more बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.

हुं हुं हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जंभनादिनी ।

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